धमधा व इसके आसपास के क्षेत्र की पृष्ठभुमि ग्रामीण परिवेश के फलस्वरुप ग्रामीण युवक-युवतियों को उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान करने के लिए धमधावासियों के अथक प्रयासों व प्रयत्नों के परिणामस्वरुप 16 अगस्त 1989 को शहर में उच्च शिक्षा के लिए महाविद्यालय की स्थापना हुई , जो वर्तमान में आज अपने रजत जयंती वर्ष को पूर्ण करते हुए सिरनाभाठा स्थित लगभग 13 एकड़ जमीन पर अपने स्वयं के नवनिर्मित भवन में सुचारु रुप से संचालित व नियंत्रित हो रहा हैं।
वर्तमान में महाविद्यालय में कला ,वाणिज्य एवं विज्ञान की स्नातक स्तर की कक्षाओं के साथ-साथ वाणिज्य एवं प्रबंध के क्षेत्र में स्नातकोत्तर कक्षा एम.काॅम , कला संकाय में राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र ,समाजशास्त्र,हिन्दी साहित्य एवं विज्ञान संकाय में एम. एस. सी. वनस्पति शास्त्र एवं रसायन शास्त्र की स्नातकोत्तर कक्षाएँ संचालित की जा रही हैं। वर्तमान में महाविद्यालय में सभी स्तरों पर कुल 1800 छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत् रहकर अपने उच्च शिक्षा के सपनों को साकार कर रहें हैं । यह महाविद्यालय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग से संबंद्ध हैं तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की धारा 12 B एवं 2F के अन्तर्गत अधिमान्य हैं |